नई दिल्ली में अभियान के उद्घाटन में लोकप्रिय टीवी अभिनेत्री दिव्यांका त्रिपाठी ने लोगों से अपने काम और जीवन के बीच स्वस्थ संतुलन बनाए रखने के लिए प्रोत्साहित किया।
नई दिल्ली, सितंबर, 2019: भारत का सबसे अग्रणी फर्नीचर और इंटीरियर उत्पादों और सुविधाओं का ब्रांड गोदरेज इंटेरिओ ने आज अपने नए अभियान - 'मेक स्पेस फॉर लाइफ' का शुभारंभ किया। लोकप्रिय टीवी अभिनेत्री दिव्यांका त्रिपाठी ने इसका उद्घाटन किया। 'मेक स्पेस फॉर लाइफ' अभियान इस वास्तव पर रोशनी डालना चाहता है कि व्यवसाय, नौकरी में ज्यादा से ज्यादा अच्छे प्रदर्शन की दौड़ में लोगों को अपने पारिवारिक संबंध और दोस्तों के साथ अच्छा समय बिताने के मौके पीछे छोड़ने पड़ रहे हैं।
गोदरेज इंटेरिओ ने हाल ही में किए गए एक सर्वे के नतीजों ने यह दिखा दिया है कि कई भारतियों के लिए कई भारतियों के लिए व्यावहारिकता जूनून से बढ़ कर हो गई है। सर्वे में यह भी पता चला है कि कई भारतियों ने उनके परिवार, दोस्तों और जूनून के बीच संतुलन और समय पाने में असफलता को स्वीकार किया है।
गोदरेज इंटेरिओ के बी2सी के सीनियर वाईस प्रेसिडेंट श्री. सुबोध मेहता ने बताया, "मेक स्पेस फॉर लाइफ अभियान भारतियों के जीवन में काम और जिंदगी के बीच संतुलन के महत्त्व पर आधारित है। जिंदगी जीने की जगह बनाना यह संकल्पना भारतियों के लिए केवल भौतिक रूप से नहीं बल्कि हम जिन तनावों और बंधनों को हर दिन झेलते हैं उनकी दृष्टी से भी बहुत मायने रखती है। हमारे सर्वे के नतीजों के अनुसार काम, प्रौद्योगिकी और दैनंदिन जीवन की भागदौड़ और तनावों के बीच भारतीय लोग अपने पारिवारिक रिश्तों-संबंधों और जूनून के लिए बहुत ही कम समय निकाल पाते हैं। आधुनिक प्रौद्योगिकी के गलत इस्तेमाल से यह ट्रेंड बढ़ता जा रहा है। भारतियों के जीवन में काम और जिंदगी के बीच संतुलन रख पाना कितना मुश्किल है यह इन जानकारियों से पता चलता है। एक ब्रांड होने के नाते गोदरेज इंटेरिओ अपने अभिनव फर्नीचर डिजाइन्स से घरों में खुशियां, उत्साह लाने के प्रयास करता है और भारतियों को प्रोत्साहित करता है ताकि वे अपने परिवार, दोस्तों के लिए, अपने दिल पसंद कामों के लिए ज्यादा समय निकाले।"
सर्वे के नतीजों से सहमति दर्शाते हुए और अभियान को समर्थन देते हुए लोकप्रिय टीवी अभिनेत्री दिव्यांका त्रिपाठी ने कहा, "आम तौर पर लोगों को किसी भी सेलिब्रेटी की चकाचौंध दिखती है लेकिन उसके पीछे की कड़ी मेहनत और भागदौड़ को नजरअंदाज किया जाता है। काम के सिलसिले में यहां-वहां भागना, हमेशा व्यस्त रहना इसकी वजह से मेरे लिए काम और नीजि जीवन के बीच संतुलन बनाए रखना एक चुनौती है। परिवार और दोस्तों के साथ सुकून से मिलने-जुलने के लिए समय निकाल पाना बहुत ही कठिन है, कितना भी दिल करें लेकिन मैं अपने दिल पसंद काम पूरे करने के लिए समय ही निकाल पाती हूँ। लेकिन अब मैं मेरी जिंदगी, मेरे जूनून और मेरे परिवार के लिए जगह बनाने के लिए जानबूझ कर प्रयास करती हूँ। मैं आप सभी से भी अनुरोध करती हूँ कि अपने काम और जीवन के बीच स्वस्थ संतुलन बनाए रखने की कोशिश कीजिए।"
गोदरेज इंटेरिओ के सर्वे में पाया गया है कि इसमें शामिल 61% लोगों के पास अपने जूनून पूरे कर पाने के लिए समय नहीं है और कई लोग मानते हैं कि वे पारिवारिक जिम्मेदारियों की वजह से अपने पसंदीदा कामों के लिए पर्याप्त समय नहीं दे पाते।
साथ ही, सर्वे में सहभागी 40% लोगों का मानना है कि वे पैसों की तंगी की वजह से अपने पसंद के काम नहीं कर पाते। वास्तव में सबसे चिंताजनक बात यह सामने आई है कि सर्वे में सहभागी 56.7% से ज्यादा लोग कहते हैं कि उनके जीवन में काम और जीवन के बीच संतुलन बिगड़ गया है और 68.2% लोग कहते हैं वे अपने हिसाब से जिंदगी जी नहीं सकते, जब कि, 56.5% लोगों का कहना है वे अपने व्यवसाय, नौकरी की वजह से दिल पसंद कामों के लिए समय निकाल नहीं पाते। चौका देने वाली बात है कि 72% लोगों को लगता है कि उनके जीवनसाथी उनसे ज्यादा स्मार्ट डिवाइसेस की और ध्यान देते हैं।
चंडीगढ़, मुंबई, जयपुर, पटना, कोईम्ब्तूर, पुणे, लखनऊ, हैदराबाद, कोलकाता, दिल्ली, चेन्नई, बेंगलुरु, अहमदाबाद, कानपूर इन 14 शहरों के 1300 लोगों को इस सर्वे में शामिल करवाया गया था।