The popular saying in Marathi “स्वामी तिन्ही जगाचा आईविना भिखारी” sounds very precise, which means that a Lord of all three worlds, sans his mother, is just a beggar! There are no limitations to a mother's motherhood, love, and affection.
Great social reformers were born from a mother’s selfless feeling and sacrifice, which gave a new direction to humanity and society. One of them is Padmashree Dr. Tatyarao Lahane. His mother Smt. Anjanabai Lahane blesses him with a second birth by donating a kidney to Tatyarao who in turn celebrated this rebirth and gave sight to millions of blind people. “Maa Tujhe Salaam” is a salute to this mother and all mothers from the society. We are trying to celebrate this event at 101 different places across Maharashtra on 8th January, 2018, said Producer / Director of the film "Dr. Tatya Lahane | Angar... Power Is Within" and the World Record holder Virag MadhuMalati Wankhade.
Through this program, we are honouring mothers who have contributed towards the society in 101 different places in Maharashtra.
In your ................................................... City, the program ................................................................ ........................................................................................ has been organized, and the efforts taken by the organizer .................................... are being realized.
"Dr Tatya Lahane | Angar... Power Is Within" has already entered the spectacular World of Guinness Records. Producer / Director Virag MadhuMalati has 4 world records registered in his name. With a view to create awareness on the darkness in the lives of the blind, and also to promote eye donation, Virag went on to cover his eyes for 100 days with a bandage.
This film is being released on January 12, 2018, throughout Maharashtra. This movie has already created a lot of curiosity in the minds of the film lovers and everyone has been eager for it’s release. Through this movie, all classes from the society and students will get the opportunity to create a world of innovation, inspiration and a hope to create a new world from scratch. Apart from this, viewers would also be able to see more on organ donations and a touching story of a mother, as expressed by Virag MadhuMalati and Presenter Mrs. Reena Agrawal.
Actor Makrand Anaspure has played the lead role of Dr. Lahane in this film, while Alka Kubal is in the role of his mother Smt. Anjanabai. Dr. Nishigandha Wad has played the role of Dr. Ragini Parekh, and Bharat Ganeshpure and Ramesh Dev have played a special role in this film. Most importantly, Dr. Tatyarao Lahane and Virag MadhuMalati intend to build charitable eye hospitals for the poor and needy through the film’s box office income.
किसीने एकदम सच कहा है के "तीनों लोक का स्वामी... माँ बिना अधूरा”| माँ की मातृत्व, प्रेम, और ममता की कोई सीमा नहीं है कोई मोल नहीं है !
माँ की निस्वार्थ त्याग भावना से कई महान समाजसेवकों का जन्म हुआ, जिन्होंने मानवता व समाज को एक नई दिशा देने हेतु बहुत से महान कार्य किये, उनमें से एक हैं पद्मश्री डॉ. तात्यराव लहाने| उनकी मां अंजनाबाई लहाने ने तात्यराव लहाने को अपनी एक किडनी दान देकर उन्हें पुनर्जन्म दिया, और तात्यारावजी जी ने अपने इस जीवन को समाज के सत्कार्यों में लगाया और लाखों दृष्टिहीन लोगों को दृष्टिदान दिया। ऐसी महान माँ और समाज की प्रत्येक मां को मान वंदना देने के लिए "माँ तुझे सलाम" यह कार्यक्रम 8 जनवरी 2018 को सम्पूर्ण महाराष्ट्र में 101 विभिन्न स्थानों पर करने का हमारा प्रयास है यह उद्घोषणा "डॉ. तात्या लहाने... अंगार... पावर इस विदीन" फिल्म के निर्माता / निर्देशक और मल्टीपल गिनीज़ वर्ल्ड रेकर्ड होल्डर विराग मधुमालती वानखड़े ने की।
इस कार्यक्रम के माध्यम से, हम 101 विभिन्न स्थानों पर समाज में विभिन्न क्षेत्रों में सत्कार्य कर रहे व्यक्तियो की माताओं का सम्मान कर उन्हें मान वंदना देने का प्रयास कर रहे हैं। अहमदनगर में होने वाले कार्यक्रम में आदरणीय ज्येष्ठ समाजसेवक श्री. अन्नाजी हजारे, पदमश्री. डॉ. तात्याराव लहाने, सौ. अंजनाबाई लहाने, डॉ. विट्ठल लहाने, राष्ट्रपति पुरस्कार से पुरस्कृत डॉ. गिरीश कुलकर्णी आदि मान्यवर उपस्थित रहेंगे.
हमारे मुंबई शहर में भी यह कार्यक्रम करीब १५ जगाहों पर होने जा रहा है और सम्पूर्ण “अंगार टीम” ने इसे
आयोजित करने में हमारी मदत की है एवं हमारे इस प्रयास को साकार करने के लिए आगे हाथ बढ़ाया है |
"डॉ. तात्या लहाने... अंगार... पावर इज विदीन" यह फिल्म एक विश्व रिकॉर्ड बनाकरग Guinness Book of World Records में अपना नाम दर्ज करवा चुकी है निर्माता / निर्देशक विराग मधुमालती के नाम पर चार विश्व रिकॉर्ड हैं। एक दिव्यांग व्यक्ति के जीवन की तकलीफ को महसूस करने के लिए, और नेत्रदान के लिए समाज मे जागरूकता लाने के लिए 100 दिनों तक अपनी आंखों पर पट्टी बांधने का अकल्पनीय कार्य जनहित के लिए कर चुके हैं।
यह फिल्म पूरे महाराष्ट्र में 12 जनवरी को रिलीज की जा रही है। इस मूवी ने सिने जगत में पहले से ही बहुत जिज्ञासा बनाई हुईहै। इस फ़िल्म के माध्यम से, छात्रों और समाज के हर वर्ग को नव चैतन्य, प्रेरणा और उनकी प्रबल इच्छा शक्ति से दुनिया का कोई भी मुकाम हासिल करने की भावना बढ़ाने का सकारात्मक अवसर मिलेगा। इसके साथ ही जहां एक ओर अवयव दान का प्रबल संदेश मिलेगा वहीं दूसरी ओर मां की हृदयस्पर्शी कथा देखने को मिलेगी यह विश्वास विराग मधुमालती एवं फिल्म की प्रस्तुतकर्ता रीना अग्रवाल ने दर्शाया है।
इस फिल्म में अभिनेता मकरंद अनासपुरे डॉ.लहाने की प्रमुख भूमिका में हैं, जबकि अलका कुबल उनकी मां अंजना बाई की भूमिका निभा रही है। डॉ. भारत गणेशपुरे और रमेश देव भी इस फिल्म में दिखाई देंगे, डॉ.रागिनी पारेख की भूमिका डॉ.निशीगंधा वाड निभा रही हैं। डॉ. तात्याराव लहाने एवं विराग मधुमालती ने फिल्म के माध्यम से उत्पन्न होने वाली धनराशि द्वारा 2 चेरिटेबलऑय हॉस्पिटल बनाने की अपनी इच्छा जताई है ताकि गरीब पीड़ितों की सेवा हो सके!